मॉर्डन फार्मिंग और अनुबंध खेती
मॉर्डन फार्मिंग और अनुबंध खेती
आधुनिक जमाने में खेती करने का प्रारूप बदलता जा रहा है, किसान बंधु नई तकनीक से ढर्रा पैटर्न फसलों से बाहर आ कर स्मार्ट खेती की और अग्रसर हो रहा है। इन बातो को समझने के साथ साथ क्रियान्वित करने में किसान विस्तार सहयोग केंद्र आपके लिए लाए है, मॉर्डन खेती से संबंधित कॉन्टैक्ट फार्मिंग, मेडिशनल प्लांटेशन एवं मल्टी क्रॉपिंग सिस्टम्स जिनके उपयोग से किसान की लाइफ स्टाइल (जीवन की दिनचर्या) ही बदल जायेगी। उपरोक्त समस्त चीजों की जानकारी आपको सुलभता से केंद्र में उपलब्ध है।
कांट्रेक्ट फार्मिंग का अच्छा स्कोप है लेकिन गलत जानकारी और गलत अस्वासन के कारण किसान इससे बच रहे हैं। यहां हम न केवल कॉन्टैक्ट फार्मिंग को बढ़ावा देंगे, बल्कि सॉइल टेस्टिंग से लेकर बीज को सही करने में मदद करेंगे, इक्विपमेंट को सही तकनीक के साथ, हम उन्हें बाय प्रोडक्ट से होने वाले लाभ का भागीदार बनने का विकल्प भी देंगे।
सेवाएं : बाय प्रोडक्ट यूसेज – वेस्ट से कमाई (उन चीजों की खोज करना जो बेकार है और इस्तेमाल की जा सकती है)| उस क्षेत्र के उत्पादन के आधार पर एफपीओ के कार्यान्वयन के लिए स्थान की खोज करना
अनुबंध खेती- मल्टीक्रॉपिंग ,औषधीय, जैविक खेती परियोजना कार्यान्वयन-जैविक खाद,जैविक कीटनाशक,कीटनाशकों,दवाइयाँ,गाय का चारा,औषधीय पौधा, कुसुमित, मोहगनी, कलिहारी, बहु फसली खेती, इंडोर वर्टिकल फार्मिंग, ऑटोमेशन और रोबोटिक्स, पशुधन प्रौद्योगिकी, आधुनिक ग्रीनहाउस प्रथाएं, सटीक कृषि और कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और ब्लॉकचेन, रोबोट, तापमान और नमी सेंसर, हवाई चित्र और जीपीएस तकनीक, मिट्टी और जल सेंसर, मौसम ट्रैकिंग, सैटेलाइटइमेजिंग, व्यापक ऑटोमेशन, मिनिक्रोमोसोमल टेक्नोलॉजी, आरएफआईडी टेक्नोलॉजी, वर्टिकल फार्मिंग ,भारत सरकार द्वारा कार्यान्वित नए उपकरणों का विवरण, APP का उपयोग करने के लिए समर्थन/प्रशिक्षण, नवीनतम प्रौद्योगिकी अद्यतन, नवीनतम प्रौद्योगिकी प्रशिक्षणऔर नवीनतम प्रौद्योगिकी उत्पाद।
जी हाँ, मॉडर्न फार्मिंग खेती के माध्यम से बढ़ती कमाई देती है। इसके लिए किसानों को नवीनतम तकनीकों और उपकरणों का उपयोग करना चाहिए।
मॉडर्न फार्मिंग में खर्च किसान की स्थिति और उपयोग किए जाने वाले तकनीकों के आधार पर भिन्न होता है। लेकिन इसमें नवीनतम उपकरणों की खरीद, उनकी रखरखाव और उपयोग, बीज, उर्वरक और पौधों के संचय, बीमा, औषधि और तकनीकी सहायता शामिल होती है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग से पौधों की उत्पादकता में बढ़ोतरी होती है। इसमें उन्नत बीज, उर्वरक और समय पर समझदारी से की गई खेती के कारण होता है।
हाँ, अनुबंधन खेती के माध्यम से भी किसान कमाई कर सकते हैं। अनुबंधन खेती का अर्थ है कि किसान अन्य कंपनियों या संगठनों के साथ व्यापार करता है और उनसे उत्पादों की खेती या उपज के बाद उन्हें उत्पादों की खरीद अनुबंध में बेचता है।
हाँ, अनुबंधन खेती से खेती में उत्पादकता में वृद्धि होती है। अन्य कंपनियों या संगठनों के साथ व्यापार करने से किसानों को अधिक बाजार एवं उत्पादों की खरीद करने की सुविधा मिलती है।
मॉडर्न फार्मिंग से पर्यावरण को नुकसान होने का खतरा होता है। उचित उर्वरकों का अधिक उपयोग, जैविक विषाणुओं के मृत जीवों से बनाए गए उर्वरकों का अधिक उपयोग, बाढ़, जल निकास, ध्वनि तथा प्रदूषण वगैरह एक मॉडर्न फार्मिंग के बुरे पक्ष हो सकते हैं।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग में किसानों को उपयोगी सूचनाएं दी जाती हैं। उन्हें उचित उर्वरक, जल आपूर्ति, कीटनाशक उपयोग, बीज उपयोग तथा फसल की विविधता व व्यापकता के बारे में सलाह दी जाती है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग में स्वस्थ खाद्य उत्पादों का उत्पादन संभव है। जब तक उचित उर्वरकों तथा कीटनाशकों का सही मात्रा में उपयोग किया जाये तब तक खाद्य उत्पादों में किसी प्रकार की विषाक्तता नहीं होती है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग से किसान ज्यादा लाभ उठा सकते हैं। मॉडर्न तकनीक के उपयोग से किसान अधिक उत्पादन कर सकते हैं जो उन्हें अधिक आय प्राप्त करने में मदद करता है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग से किसानों को ज्यादा मजबूती मिलती है। इससे किसान अपनी खेती के लिए नवीनतम तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं जो उन्हें अधिक संगठित तरीके से काम करने में मदद करते हैं। इससे उनकी खेती की उत्पादकता बढ़ती है जिससे उन्हें अधिक लाभ मिलता है। इस तरह से, मॉडर्न फार्मिंग एक वरदान हो सकता है जो किसानों के लिए उनकी खेती के लिए सफल तकनीकों का उपयोग करके अधिक उत्पादक तथा लाभकारी बनाता है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग से स्थानीय वस्तुओं का नुकसान होता है। जब अनुबंधन खेती के तकनीक अन्य क्षेत्रों से आयातित होते हैं तो वहां के परंपरागत तकनीकों और स्थानीय वस्तुओं का उपयोग कम होता है। इससे स्थानीय वस्तुओं का नुकसान होता है जो उन्हें संरक्षित और स्थायी बनाने की आवश्यकता है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग में नैतिक नियमों का ध्यान रखा जाता है। मॉडर्न फार्मिंग में कृषि उत्पादों की गुणवत्ता और संभावित प्रभावों पर ध्यान दिया जाता है। अधिकांश देशों में, मॉडर्न फार्मिंग के लिए स्थानों की सिफारिश की जाती है जो उन्हें पर्यावरण और समाज के प्रभावों से बचाते हैं।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग वास्तव में स्वच्छ है। इसमें स्थानीय परंपरागत तकनीकों के मुकाबले कम खराब एवं उपचार की आवश्यकता नहीं होती है। इससे उत्पादों के में ज्यादा संभव होता है जो लोगों के स्वस्थ जीवन को बेहतर बनाते हैं। इसके अलावा, यह वास्तव में उत्पादों के वितरण के लिए भी अधिक स्वच्छ है।
हाँ, मॉडर्न फार्मिंग के लिए खर्च की आवश्यकता होती है। इसमें नवीनतम तकनीकों, मशीनों, बीज, उर्वरक, प्रक्रिया आदि के लिए खर्च किया जाता है। लेकिन इससे उत्पादकता बढ़ती है जिससे उत्पादों की मांग बढ़ती है और फलस्वरूप उत्पादकों को ज्यादा मुनाफा होता है।